April 24, 2025


सेवाधाम आश्रम को देश के विभिन्न प्रतिष्ठित सम्मान मिले हैं। सर्वश्रेष्ठ संस्था के रूप
में केन्द्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय द्वारा वयोश्रेष्ठ सम्मान, मध्यप्रदेश शासन द्वारा
दिव्यांग सेवा हेतु महर्षि दधिचि अवार्ड, भयाजी दाणी अवार्ड, ग्राड फ्रे फिलिप, स्वामी राम अवार्ड, महावीर
अवार्ड से सम्मानित किया। इसके साथ ही साथ संस्था को 300 से अधिक राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय, प्रादेशिक
और स्थानीय संस्थाओं द्वारा सराहा एवं सम्मानित किया गया है।


पीड़ित दिव्यांगजनों की सेवा और समग्र उत्थान हेतु सुधीर भाई द्वारा किए गए कार्यों और उनके द्वारा
स्थापित संस्थाओं को भारत शासन, प्रदेश शासन के साथ ही 300 से अधिक राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय,
प्रादेशिक और स्थानीय संस्थाओं द्वारा सराहा और सम्मानित किया गया है।
जिनमें वृद्धजनों की सेवा हेतु भारतशासन द्वारा वयोश्रेष्ठ सम्मान, मध्यप्रदेश शासन द्वारा दिव्यांग
सेवाहेतु महर्षि दधिचि अवार्ड, गाॅड फ्रेफिलिप राष्ट्रीय अवार्ड,भैयाजी दाणी, प्रथम सेवा पथिक सम्मान,गोआ
एवं उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश के माननीय राज्यपाल द्वारा विशेष पुरस्कारों से सम्मनित किया जा चुका है।
प्राईडआॅफ इॅस्कान उज्जैन,हिमालयन इंस्टीट्यूट हाॅस्पिटल ट्रस्ट एवं हिमालयन विष्वविद्यालय, देहरादून
(उत्तराखण्ड) द्वारा‘‘स्वामी रामा मानवताअवार्ड’’ के साथ चैन्नई में भगवान महावीर फाउण्डेशन द्वारा
23वां महावीर अवार्ड भी आपको प्राप्त हुए।
आपके कार्यों में सहभागिता कर सराहा1973 उज्जैन कलेक्टर के रूप में श्रीआई.एस राव ने आपके कार्यों
को देख कर प्रशंसा ही नही की अपितु जीवन के अंतिम क्षण तक सहयोगी बने और अपने पुत्र दिव्य
प्रभाकर को भी सुधीर भाई के साथ जोड़ा।उसके बाद लगातार अनेक जिला कलेक्टर्स आपके सेवा कार्य में
सहभागी बनते चले आ रहे है। वर्तमान उज्जैन कलेक्टर श्री आशीष सिंह भी आपके कार्य से अत्यधिक
प्रभावित है। इसी प्रकार उज्जैन के प्रथम संभागायुक्त श्री एस.के. शर्मा सहित श्री आनन्द शर्मा तक सभी
संभागायुक्तों ने कार्यों को देखा एवं सराहना की। इनमें छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्य सचिव श्री अशोकविजयवर्गीय भी सम्मिलित है।

इसी प्रकार वल्लभ भवनमें पदस्थ श्री डी.जी. भावे,श्री आर.पी. श्रीवास्तव,
श्री जे.पी. व्यास के साथ अनेक प्रशासनिक अधिकारियों ने 1975 से आपके कार्यों से जुड़े है। तत्कालीन
राष्ट्रपति डा. शंकरदयाल शर्मा ने सांसद रहते हुए भी आपके कार्यों की सराहना की थी इस प्रकार
तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल भी आपसे काफी प्रभावित हुई। अनेक राज्यपालों
द्वारा सम्मान के साथ कार्य की सराहना मध्यप्रदेश की तत्कालीन और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती
आनन्दी बेन पटेल अचानक सेवाधाम पहंची और कार्यों को देखकर अभिभूत हो गई। आपकी प्रेरणा से
मध्यप्रदेशके वर्तमान राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल शपथ लेने के तत्काल बाद महाकाल दर्शन के बाद
सेवाधाम पहुंचे।आश्रम की सम्पूर्ण गतिविधियों का अवलोकन किया। इसी प्रकार कर्नाटक के राज्यपाल श्री
थावरचन्द गेहलोत,हरियाणा के तत्कालीन ज्यपाल प्रो. कप्तानसिंह सौलंकी, श्रीमती किरण बेदी के
अतिरिक्त गोआ की राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा, हिमाचल की राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंहने सुधीर
भाई द्वारा संस्थापित ‘अंकितग्राम‘, सेवाधाम आश्रम को देखा एवं उनके द्वारा किये जा रहे मानवसेवा
की सराहना की।मुख्यमंत्रियों और राज्य मंत्रियों ने सराहा दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री साहेबसिंह
वर्मा, म.प्र. के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी, श्री दिग्विजय सिंह ने कार्यो को देखकर सराहना
की। शिक्षा-चिकित्सा मंत्री श्री विश्वाससांरग श्रीमती करतारा देवी प्रसन्ना देवी पंजाब, उच्च शिक्षामंत्री श्री
मोहनयादव, पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, तत्कालीन मंत्रीगणों में श्री पारसचन्द्र जैन, श्री शिवनारायण
जागीरदार, श्री नरेन्द्र नाहटा आदि ने भी सेवाधाम के सेवा कार्यों को देखा एवं सराहा।केन्द्रिय मंत्रियों की
सराहनाश्री नितीन गड़करी, श्रीमती सुषमा स्वराज, श्री थावरचन्द गेहलोत, श्री सत्यनारायण जटिया, श्री
अर्जुनसिंह सहित अनेक केन्द्रीय मंत्रियों ने सुधीर भाई और सेवाधाम आश्रम के सेवा कार्यों की सराहना
की। म.प्र. राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल द्वारा 15 लाख रूपए से अधिक की सामग्री, हरियाणा के
राज्यपाल प्रो. कप्तानसिंह सोलंकी द्वारा 20 लाख रूपये की सहायता के साथ तत्कालीन विदेश मंत्रिी
श्रीमती सुषमा स्वराजद्वारा वातानुकुलित विंगर एम्बूलैंस, राज्यसभा सांसद निधिसे तत्कालिन सामाजिक
अधिकारिता मंत्री श्रीथावरचन्द गेहलोत द्वारा 10 लाख रूपये एवं श्री मेघराज जैन द्वारा 16 लाख रूपये
भवन निर्माण हेतु सेवाधाम के सेवा कार्य हेतु प्रदत्त किए। तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा
महाजन ने सेवाधाम आश्रम पहुंचकर सराहना की और आश्रम के डिडवानिया (रतनलाल) अवेदना केन्द्र
का लोकार्पण किया।


सुधीर गोयल चैंपियंस ऑफ चेंज मध्य प्रदेश पुरस्कार से सम्मानित
राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने मंगलवार को भोपाल में आयोजित एक समारोह में उज्जैन के ‘अंकित ग्राम’,
सेवाधाम आश्रम के संस्थापक-निदेशक सुधीर गोयल और कई हस्तियों को “चैंपियंस ऑफ चेंज मध्यप्रदेश
अवार्ड” से सम्मानित किया।

पटेल ने समारोह में कहा कि मैं सेवाधाम में राज्यपाल के रूप में आया हूं और यहां की सेवा को
व्यक्तिगत तौर पर देखा है. उन्होंने कहा कि सेवाधाम का कार्य अतुलनीय है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुधीर भाई द्वारा की जा रही मानवता की सेवा का
जिक्र किया. यह समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित करने की एक
अनुकरणीय पहल है। उन्होंने कहा कि इससे समाज को नई ऊर्जा और प्रेरणा मिलेगी।

प्रसिद्ध विचारक डॉ वेद प्रताप वैदिक ने अपने संबोधन में कहा कि सुधीर भाई सेवा के क्षेत्र में ‘फादर
टेरेसा’ हैं, उनका कार्य अनुकरणीय है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूरे राज्य में सेवाधाम जैसे आश्रम स्थापित
करने को कहा, जो समय की मांग है.

एडवोकेट नंदन कुमार झा, संस्थापक-चैंपियंस ऑफ चेंज अवार्ड, पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष, प्रधान
सलाहकार, भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष केजी
बालकृष्णन, दयाकर रातकोंडा, पूर्व भारतीय राजनयिक और देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर, जनरल चैम्पियंस
ऑफ चेंज मध्य प्रदेश इकाई के सचिव भी उपस्थित थे।

प्रमुख उपलब्धियाँ

  1. 250 से अधिकनेत्रदान द्वारा 500 से अधिक दृष्टिहीनों को ज्योतिप्रदान की गयी।
    2.150 से अधिक आश्रमपरिवार ने म.प्र. केविभिन्न शासकीय औरअन्य चिकित्सा महाविद्यालयोंको
    स्वैच्छिक देहदानद्वारा सैकड़ों योग्यचिकित्सकों के निर्माणमें महत्वपूर्ण योदान।
    3.13 माह तक कच्छ-भुज मेंभूकम्प पीड़ितों कीसेवा-पुनर्वसन कार्य।
    4.8000 से अधिक निराश्रित-मरणासन्न पीड़ितों एवंनिःशक्तजनों को सहारादिया।
  2. 3000 से अधिकहिन्दू,मुस्लिम, बोहरा,सिक्खव ईसाई समाजपीड़ितों को धर्मानुसारअंतिम संस्कार।
  3. 40 हजारस्क्वेयर फीट मेंअवेदना केन्द्र ‘‘हाॅस्पाईस’’का निर्माण।
  4. दिव्यांगोंके लिए शिक्षा,स्वास्थ्य, पुनर्वास एवं कल्याणकार्यक्रम।
  5. कुष्ठ सेवाकेन्द्र के अंतर्गतवृद्ध संरक्षण केन्द्र।
    9.महिलाओं और बच्चोंहेतु शिक्षा, स्वास्थ्यऔर प्रशिक्षण कार्यक्रम।
    10.250 से अधिक नेत्रएवं स्वास्थ्य शिविरके आयोजन।
  6. निराश्रित,परित्यक्ता एवं विधवामहिलाओं का विवाहऔर पुनर्वास।
  7. नशीलेपदार्थों एवं घातकबीमारियों के विरूद्धजागरूकता कार्यक्रम।
  8. अन्तर्राष्ट्रीय एवंराष्ट्रीय महत्व केदिवसों पर जनजागृतिके विविध कार्यक्रमोंका आयोजन।
  9. मानसिकएवं शारीरिक रूपसे दिव्यांग बच्चोंहेतु अंकित विनयविहार सेवाधाम की स्थापना।
  10. परिवार समन्वयसेवाएँ।
  11. पर्यावरण के क्षेत्रमें सेवाधाम के परोक्ष समाजसेवी अंकितगोयल स्मृति में1992 से वर्षा मंगल महोत्सव
    के माध्यम से एक लाख से अधिक पौधों का पौधारोपण एवं मृतकों केविद्युत संस्कार को प्राथमिकता।
  12. कोविड के प्रथम लाकडाउन से 24 मार्च 2020 से शुरू भूख मुक्त उज्जैन अभियान के तहत
    निरन्तर भोजन वितरण। वर्तमान समय तक 5 लाख से अधिक भूख से परेशान लोगो तक पहुंचायाँ
    भोजन जिला प्रशासन, नगरनिगम एवं सामाजिक संस्थाओं के सहयेाग से वितरित।
  13. आवासीयों के स्वावलम्बन औरआत्मनिर्भरता के लिएविविध प्रशिक्षण। वर्तमानमें सेवाधाम आश्रमने
    बिना जातिधर्म और सम्प्रदायभेद के 700 बेघर,बेसहारा, पीड़ित शोषितनिराश्रित, दिव्यांग मनोरोगी
    एवंमरणासन्न वृद्ध, युवास्त्री-पुरूष एवंविशेष बच्चे लाभान्वितहो रहे है जो सम्पूर्णभारत के अलग-अलग
    प्रांतों से बाल कल्याणसमितियों, जिला-पुलिसप्रशासन से यहां भेजे जातेहै। मनोरोगी गर्भवती माताओं,
    विवाहित- अविवाहित माताओं व उनके बच्चों को भी सेवाधाम अपनाता है। सेवाधाम साम्प्रदायिकसद्भाव
    का एक विशिष्ट उदाहरण है।जहां सभी धर्म,जाति, सम्प्रदाय के पीड़ित एक साथ एक वृहद परिवार के रूप
    में रहते है।