April 24, 2025

सेवाधाम के परोक्ष समाजसेवी मा. अंकित की स्मृति में वर्षा मंगल महोत्सव के माध्यम से लगातार 1992 से बड़े स्तर पर पौधा रोपण का कार्य प्रतिवर्ष 22 से 31 जुलाई के मध्य आयोजित किया जाता है। इस अवसर पर देश के विभिन्नभागों से अनेक स्वनाम धन्य और विशिष्टजन पौधा लगाते है। आश्रम भूमि पर जहां दूर दूर से डिब्बों में पानी लानापड़ता था, वहां एक भी पौधा नही था वहां आज अनगिनत पौधे वृक्ष बनकर लाभ प्रदान कर रहे है। आश्रम केवातावरण को सुरम्य, सुगंधित रमणीय बना रहे है। आसपास का वातावरण भी देखने योग्य है।

मास्टर अंकित का जन्म ही शायद सेवाधाम की स्थापना के लिए हुआ है। वे आश्रम के उनके लगाया द्वारा पीपल, बड़, नीम त्रिवेणीआश्रम के लिए उर्जा का केन्द्र है वहीं सम्पूर्ण परिसर में उनकी यादें समाहित है। मास्टर अंकित ने अपने जन्मदिन 22
जुलाई 2004 से ही अपना प्रभाव छोड़ना प्रारम्भ कर दिया था। उनके रहते उज्जयिनी वरिष्ठ नागरिक संगठन की
स्थापना, कुष्ठ सेवा केन्द्र आदि के साथ अनेक महत्वपूर्ण कार्य योजनाऐं तैयार हुई इनमें सबसे महत्वपूर्ण सेवाधाम
आश्रम है जो उनके जीवन के अंतिम दो वर्षों में स्थापित हुआ जो आज भारत राष्ट्र के लिए मानवता की सेवा का
पर्याय बन चुका है जिसे धार्मिक एवं सामाजिक संतो ने सेवातीर्थ के रूप में मान्यता प्रदान की। यहां की रज-रज में
अंकित की यादे परिलक्षित होती है और परोक्ष रूप से आश्रम के संचालन, विकास और विस्तार में सद्गुरू भगवान के
साथ उनके भी अनन्त अनुभूतियाँ है।

सेवाधाम आश्रम में सेवा समर्पित सुयोग्य कार्यकर्ताओं के साथ निरन्तर सेवा सम्भव हो रही है। अनेक सेवा समर्पित
सेवा सारथी भाई जी के नेतृत्व में रात-दिन कार्यरत है जिनमें श्रीमती मालती देसाई, श्री राजीव जोशी, शैलेन्द्र
कुमावत, जगदीश यादव, संगीता जी, वंदना, वाहन चालक बाबूलाल, सुनिल चंदेल आदि सम्मिलित है।

सेवाधाम के परोक्ष समाजसेवी मा. अंकित की स्मृति में वर्षा मंगल महोत्सव के माध्यम से लगातार 1992 से बड़े स्तर पर पौधा रोपण का कार्य प्रतिवर्ष 22 से 31 जुलाई के मध्य आयोजित किया जाता है। इस अवसर पर देश के विभिन्नभागों से अनेक स्वनाम धन्य और विशिष्टजन पौधा लगाते है।

पिछले वर्ष 22 जुलाई 2021 को यह स्मृति पर्व बड़े यादगार रूप में सेवाधाम में मनाया गया। #सेवाधाम_आश्रम के 700 से अधिक सदस्यों वाले वृह्द परिवार के #दिव्यांग, #मनोरोगी महिला- पुरूषों, #वृद्ध, #बच्चों एवं सेवासारथियों ने #रक्षाबंधन पर्व हर्षोल्लास के साथ #डिडवानिया_रतनलाल #अवेदना_केंद्र में मनाया, बहनों ने भाईयों की कलाई पर स्नेह की डोर बांधी। सर्वप्रथम संस्था संस्थापक #सुधीर_भाई_गोयल, कांता भाभी, मोनिका व गौरी गोयल ने गौसेवा कर प.पू. आराध्य #गुरूदेव_रणछोड़दासजी_महाराज, आचार्य श्रीमद् #विजयरत्न_सुंदर_सुरीश्वरजी महाराज, #महामण्डलेश्वर_श्री_प्रखरजी_महाराज, #सद्गुरू_अढाणेश्वरजी_महाराज एवम् अर्पण स्थित #त्रिवेणी का पूजन अर्चन कर #रक्षा_सूत्र भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दौहराया, परोक्ष समाजसेवी अंकित गोयल व अन्य परिजनों को राखी भेंट की, पश्चात् नन्ही बालिकाओं ने अपने नन्हें भाइयों को अपने हाथों से बनाई रंग-बिरंगी #राखियों से कलाईयों के लिए सजा दिया और उन्हे तिलक कर मिठाई खिलाई तो भाईयों ने भी उन्हे उपहार भेट किये। आश्रम में निवासरत् वृद्ध माताओं, बहनों, और बच्चों ने भाईजी को रक्षा सुत्र बांधे, भाईजी ने रक्षाबंधन पर्व की शुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर सुधीर भाई ने गौवंश की रक्षा हेतु सबसे रक्षा सूत्र बांध कर संकल्प लेने हेतु अपील की है। रक्षाबंधन पर्व पर #अनाम_प्रेम मुम्बई से श्रीमती किर्ती सांवत ‘ताई’ एवं श्रीमती सोनालीजी विशेष रूप से उपस्थित थी।