April 24, 2025

यह सेवाधाम आश्रम है, जहां अपनों और समाज से बहिष्कृत, तिरस्कृत और उपेक्षित सड़कों पर भटकने और मरने को मजबूर बहनों को सहारा मिल रहा है. इस आश्रम का संचालक ‘सुधीर भाई गोयल’ करते हैं. यहां निवासरत बहनें ”भाई जी” के नाम से सुधीर जी को संबोधित करती हैं. इकलौते भाई के हाथ में 300 रक्षा सूत्र बंधे नजर आ रहे हैं. अपनों और समाज से बहिष्कृत इन बहनों के लिए यह उनका परिवार है. बहनों का कहना है कि सेवा धाम में आत्म स्वाभिमान के साथ जीवन जी रहे हैं. अब यही हमारा परिवार है.

मामला अंबोदिया ग्राम स्थित सेवा धाम आश्रम का है. यहां निवासरत लगभग 300 बहनें मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, केरल, महाराष्ट्र, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, कोलकाता, बांग्लादेश सहित पूरे भारत से पहुंची है. गंभीर बीमारियों से पीड़ित, शारीरिक शोषण की शिकार, और मानसिक रूप से विक्षिप्त होने पर अपनों के घर से बेघर हुईं बहनों को आश्रम के संचालक सुधीर भाई गोयल सहारा दे रहे हैं. संचालक बताते हैं कि इन सभी को पुलिस, जिला प्रशासन, न्यायालय, बाल कल्याण समिति, चाइल्ड लाइन, महिला बाल विकास विभाग, सामाजिक कार्यकर्ता, अस्पताल आदि के जरिए संपूर्ण जानकारी और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सेवाधाम ने अपनाया गया है.

सेवा धाम में निवासरत कई बहनें ऐसी हैं, जो कि संपन्न परिवारों से रिश्ता रखती है. लेकिन इसके बावजूद भी परिवारजनों ने दुख के समय मे ऐसी बहनों का साथ देने की बजाय उनसे रिश्ता तोड़ दिया. सेवाधाम में इन बहनों की पहचान को गोपनीय रखा जाता है, जिससे यह बहने आश्रम में आत्म स्वाभिमान खुशहाली से रहती हैं.